उद्यमिता को बढ़ावा देने पर हुई गहन चर्चा, 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' का आश्वासन
NCR संवाद: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मंगलवार को सिख उद्योगपतियों के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान राज्य में औद्योगिक विकास, निवेश की संभावनाओं और सामाजिक सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के सुझावों को गंभीरता से लेते हुए राज्य में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को और अधिक सुदृढ़ बनाने का आश्वासन दिया।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, ओएसडी डॉ. प्रभलीन सिंह और विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी भी उपस्थित रहे। प्रतिनिधिमंडल में ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, कृषि, आईटी और फूड प्रोसेसिंग जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित सिख उद्यमी शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और नीतियों की जानकारी साझा की, जिनका उद्देश्य उद्यमिता को प्रोत्साहन देना और राज्य में रोजगार के अवसरों का सृजन करना है। प्रतिनिधिमंडल ने सरकार द्वारा व्यापारी वर्ग के लिए बनाई गई योजनाओं की सराहना की और सुझाव दिया कि उद्योग स्थापना से जुड़ी प्रक्रियाओं को और सरल बनाया जाए, जिससे छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमियों को अधिक लाभ मिल सके।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख उद्योगपतियों में सिगमा ग्रुप के चेयरमैन डॉ. जगदीप सिंह चड्डा, कंधारी ग्रुप के वरिंद्र सिंह कंधारी, जमना ऑटो इंडस्ट्री के रणदीप सिंह जौहर, विक्टोरा इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक एसएस बांगा, बेलामोंडे ग्रुप के डॉ. गुरमीत सिंह, सुपर ग्रुप ऑफ कंपनी के सीईओ बलबीर सिंह, गाबा अस्पताल के डॉ. बीएस गाबा, मदान प्लास्टिक इंडस्ट्री के बलदेव सिंह मदान, आदेश ग्रुप के डॉ. हरिंद्र सिंह गिल और अर्थेक्स कंपनी के अमनदीप सिंह विर्क शामिल रहे।
मुख्यमंत्री सैनी ने प्रतिनिधिमंडल के साथ संवाद में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार निवेशकों को अनुकूल माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है और हर स्तर पर प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।