विशेषज्ञों ने दिखाई उम्मीद की रोशनी और प्रेरित किया ऊँचाइयों को छूने के लिए
NCR संवाद : पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ (PGICH) ने आज एक और प्रेरणादायक ‘लिविंग एंड विनिंग’ कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह विशेष सत्र उन बच्चों और युवाओं के लिए समर्पित था जो हीमोफीलिया और हीमोग्लोबिनोपैथी जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। कार्यक्रम का मुख्य विषय था– ‘करियर काउंसलिंग’, जिसके माध्यम से रोगियों और उनके परिवारों को भविष्य की दिशा देने का प्रयास किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली के प्रख्यात अधिवक्ता और कानूनी सलाहकार अपूर्व खटोर ने शिरकत की। उन्होंने भारत सरकार की योजनाओं और उनके लाभों पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही, बच्चों और युवाओं को अपने जुनून को पहचानकर उसे ही अपने करियर की दिशा बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि बीमारियाँ किसी की सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकतीं। कार्यक्रम में राजन चौधरी, जो स्वयं हीमोफीलिया से पीड़ित हैं, ने भी बच्चों से अपने अनुभव साझा किए और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीने का संदेश दिया।
डॉ. नीता राधाकृष्णन ने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आकाश ही सीमा है। यदि उपचार सही है और संकल्प मजबूत है, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं।
कार्यक्रम का समापन प्रोफेसर ए.के. सिंह, निदेशक PGICH द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने टीम के प्रयासों की सराहना की और इलाज करा रहे बच्चों एवं उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं।
यह आयोजन न केवल जानकारीपूर्ण रहा बल्कि प्रेरणादायक भी था, जिसमें बच्चों ने जाना कि उनका सपना अब भी पूरा हो सकता है – चाहे राह कितनी भी कठिन क्यों न हो।