ये लक्षण नजर आएं तो हो जाएं सावधान…खतरे में लिवर

– फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता ने बताया  लिवर की खराबी का कारण और निवारण

– अगर आप भी रोजाना छलकाते हैं जाम तो जान लें ये बातें, क्योंकि शराब कर रही लिवर को खराब

एनसीआर संवाद

नोएडा। पेट में एसिडिटी की समस्या आमतौर पर लोगों को परेशान करती है, लेकिन पेट में सूजन और दर्द के साथ थकान और कमजोरी भी महसूस कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। ये लक्षण लिवर की खराबी के भी हो सकते हैं। बिगड़ती जीवनशैली और दूषित खानपान की बढ़ती समस्या के कारण शहर का सबसे अहम अंग लिवर किस तरह प्रभावित हो रहा है और इसे कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, बता रहे हैं नोएडा के फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता… 

डॉ. डीके गुप्ता कहते हैं कि लिवर मानव शरीर का अहम अंग है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। भोजन पचाने के साथ ही अन्य कई जरूरी कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मृत्यु का 10वां सबसे आम कारण लिवर की बीमारी है। लिवर पेट के दाहिने तरफ रिब केज के नीचे मौजूद मानव शरीर का एक आवश्यक अंग है। लिवर पित्त का उत्पादन करता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है। इन सबके अलावा लिवर शरीर के अन्य कई कार्यों में भी अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में लिवर से जुड़ी कोई समस्या या बीमारी न केवल पाचन तंत्र को प्रभावित करती है, बल्कि गुर्दे, फेफड़े, हृदय और मस्तिष्क के कार्य कर भी असर डालती है। लिवर को हेल्दी बनाएं रखने के लिए अपनी जीवनशैली में उचित बदलाव कर इसे खराब होने से बचाया जा सकता है। अनियंत्रित डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और मोटापा लिवर के रोग को बढ़ाता है। फास्ट फूड, तला, भुना खाना, पैक्ड फूड का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इससे वजन काबू में रहता है।

डॉ. डीके गुप्ता बताते हैं कि नियमित रूप से शराब पीने वाले लोग भी लिवर की समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए अगर आप भी रोजाना जाम छलकाते हैं तो सावधान हो जाएं। खासकर लिवर संबंधित परेशानी का सामना कर रहे लोगों के लिए शराब का थोड़ा सा भी सेवन काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। बिगड़ी हुई जीवनशैली, शराब और मांसाहार का अधिक सेवन, गलत खानपान, व्यायाम की कमी, मिलावटी खाद्य पदार्थ भी लिवर पर भारी पड़ रहे हैं। वसायुक्त खाद्य पदार्थ से बनी चीजें, जंक फूड के सेवन से शरीर में कैलोरी की बढ़ी हुई मात्रा लिवर को फैटी बना रही है। साथ ही, मोटापा, मधुमेह, हाई ट्राइग्लिसराइड्स भी इसकी बड़ी वजह बन रहे हैं। फैटी लिवर ऐसी समस्या है, जिसमें शरीर में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी फैट में बदलकर लिवर की कोशिकाओं में जमने लगती है। इससे लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता। जब लिवर की कोशिकाओं में वसा ज्यादा मात्रा में जमने लगती है तो सूजन आने लगती है, जिसका असर पाचन तंत्र पर पड़ता है और शरीर कमजोर होने लगता है। लिवर संबंधित समस्या की अनदेखी से लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर भी हो सकता है।

हेल्दी लिवर के लिए जरूरी बातें

● नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर से बचाव के लिए वजन नियंत्रण में रखें।

● स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से लिवर हेल्दी रखा जा सकता है।

● हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-बी से बचाव का टीका जरूर लगवाएं। 

● धूम्रपान से भी लिवर को नुकसान पहुंचता है। इससे बचकर रहा जाए।

● तनाव का भी लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। खुद को तनाव से दूर रखें।

● हाई कैलोरी, सैचुरेटेड फैट, कार्बोहाइड्रेट, अधिक शक्कर से बचाव करें। 

● सेहतमंद रहने के लिए हाइड्रेट रहना बेहद जरूरी है, पानी ज्यादा पिएं।

लिवर की खराबी के लक्षण

● पीलिया (यानी त्वचा और आंखों का पीलापन)

● त्वचा में खुजली या त्वचा में रूखापन

● वजन में कमी आना

● थकावट का अहसास

● पेट में सूजन या दर्द

● पेट में जलन या एसिडिटी

● गहरा पीला या हरा रंग का मल आना

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