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नोएडा के सेक्टर-57, 58, 59 व 60 की समस्याओं से प्राधिकरण अधिकारियों को कराया अवगत
एनईए की ओर से सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि चारों औद्योगिक सेक्टरों में ड्रेनेज सिस्टम सुधारने की जरूरत है। नालियों का पानी सड़कों पर आ जाता है और फैक्ट्रियों में चला जाता है। बारिश के दिनों में कई सड़कें जलमग्न हो जाती हैं, जिससे हजारों की संख्या में श्रमिकों को आवाजाही के दौरान परेशान होना पड़ता है। सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई भी समय पर नहीं हो रही है। इसकी वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। एनईए की तरफ़ से विपिन मल्हन कई बार विद्युत लाइनों को अंडरग्राउंड करने की मांग उठा चुके हैं, ताकि आंधी-तूफान आने पर भी औद्योगिक सेक्टरों में निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सके। सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि औद्योगिक सेक्टरों में इंटर लॉकिंग टाइल्स का काम भी बंद पड़ा है ऐसे में स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति पर भी असर पड़ रहा है।
नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक बीके रावल और वर्क सर्किल-5 के वरिष्ठ प्रबंधक रमेश चंद्रा ने उद्यमियों को अवगत कराया कि ड्रेनेज की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होगा, इसके लिए टेंडर हो चुका है। पेड़ों की छंटाई का काम भी शीघ्र ही कराने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया। साथ ही, इंटर लॉकिंग टाइल्स के काम में रुकावट की वजह बताते हुए कहा कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी के निर्देशानुसार काम बंद है। एनजीटी की अनुमति मिलते ही इंटर लॉकिग टाइल्स का काम तेज गति से प्रारंभ कराया जाएगा। विद्युत लाइनों को अंडर ग्राउंड करने के संबंध में अधिकारियों ने कहा कि उद्यमियों के लिखित ्प्रस्ताव को प्राधिकरण में उच्च स्तर पर रखा जाएगा।