- निर्बाध यात्रा अनुभव और सुविधा के लिए एनसीआरटीसी की पहल
- आरआरटीएस कनेक्ट एप पर मिलेगी सुविधा
एनसीआर संवाद
नई दिल्ली, 17 नवंबर। नमो भारत ट्रेनों में यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने ‘आरआरटीएस कनेक्ट’ मोबाइल एप के माध्यम से वन-टैप टिकटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई है। यह अपने तरीके की विश्व की पहली ऐसी सुविधा है। आरआरटीएस कनेक्ट ऐप के इस फीचर से यात्रियों को आरआरटीएस स्टेशन परिसर के 300 मीटर के दायरे में कहीं से भी, केवल एक टैप से, ऐप पर यात्रा के लिए क्यूआर कोड जनरेट करने की आजादी होगी। इस फीचर की मदद से यात्री को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए क्यूआर कोड जनरेट करने के लिए न तो ऐप में गंतव्य स्थान लिखने और न ही यात्रा के लिए एडवांस टिकट बुक करने की ज़रूरत है। सिर्फ एप में वन टैप बुकिंग पर क्लिक करते ही यात्रा के लिए क्यूआर टिकट जनरेट किया जा सकेगा।
समय की कमी के कारण यात्री कभी-कभी पहले से यात्रा की योजना नहीं बना पाते। ऐसी स्थिति में निर्बाध और परेशानी मुक्त यात्रा अनुभव देने के लिए एनसीआरटीसी ने पहल की है। यात्रा के दौरान बिना किसी दुविधा के यात्री अपना गंतव्य स्थान भी बदल सकेंगे। यह इनोवेटिव वन-टैप बुकिंग सुविधा यात्रियों के लिए टिकटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगी। इसमें टिकट खरीदने की प्रक्रिया में डिजिटल क्यूआर कोड जेनरेट करने के लिए एप में न ही प्रस्थान स्टेशन और न ही गंतव्य स्टेशन का चयन करने की आवश्यकता होगी। आम तौर पर, ऐसे किसी भी एप में यात्रा की शुरुआत में प्रस्थान और गंतव्य चयन की आवश्यकता होती है, जिससे यात्रा के दौरान गंतव्य स्थान नहीं बदला जा सकता।
ऐसे उठा सकेंगे सुविधा का लाभ
- इस नए जमाने की सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को ‘आरआरटीएस कनेक्ट’ मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। यात्रियों को अपने ई-वॉलेट को मोबाइल एप से लिंक करना होगा और ई-वॉलेट में न्यूनतम राशि रखनी अनिवार्य होगी जो केवल 100 रुपये होगी।
- यात्रियों को इस ऐप का उपयोग करते समय अपने मोबाइल फोन की लोकेशन सेवाओं को एक्टिव करना होगा, ताकि टिकट बुक करते समय ऐप यात्रा के लिए प्रयुक्त आरआरटीएस स्टेशन की लोकेशन को आसानी से पहचान सके। यह सेटअप एक बार की प्रक्रिया है जो भविष्य की सभी नमो भारत यात्राओं के लिए वन-टैप टिकट बुकिंग को सक्षम करेगा।
- आरआरटीएस कनेक्ट मोबाइल एप पर एक टैप के साथ क्यूआर कोड जनरेट हो जाएगा, जिसकी मदद से यात्री आरआरटीएस स्टेशन में क्यूआर कोड स्कैन करके प्रवेश कर सकेंगे और कॉरिडोर के किसी भी स्टेशन पर उसी क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी यात्रा समाप्त कर सकेंगे। गंतव्य स्टेशन के एएफसी गेट से बाहर निकलते समय निर्धारित राशि ई-वॉलेट से कट जाएगी।
जून 2025 से करें दिल्ली से मेरठ का सफर
साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का 17 किमी लंबा प्राथमिकता खंड अब लोगों के लिए संचालित हो चुका है। इस सेक्शन में पांच स्टेशन हैं, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो। प्रधानमंत्री ने 20 अक्टूबर को भारत की पहली नमो भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी और भारत के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। दिल्ली से मेरठ तक 82 किमी लंबे संपूर्ण कॉरिडोर को जून 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य है।