औद्योगिक विकास के लिए जमीन फ्री होल्ड होना जरूरी

  • आईआईए नोएडा चैप्टर की तरफ से उठी मांग, उद्योग चलाना होगा आसान

एनसीआर संवाद

नोएडा 13 जनवरी। उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक संगठन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए ) ने नोएडा को फ्री होल्ड कराने के लिए मुहिम छेड़ दी है। लीज होल्ड औद्योगिक भूमि फ्री होल्ड होने से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। इस संबंध में आईआईए नोएडा चैप्टर की ओर से सांसद, विधायक, मंडलायुक्त, जिला​​धिकारी और उपायुक्त उद्योग को मांग पत्र भेजा है। 

शुक्रवार को पत्रकार वार्ता को संबो​धित करते हुए आईआईए नोएडा चैप्टर के चेयरमैन मनीष गुप्ता ने कहा कि औद्योगिक भूमि को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने की मांग इसलिए उठाई जा रही है, क्योंकि लीज होल्ड भूमि पर यदि उद्यमी को अपने उद्योग में कोई नया उत्पाद बनाना है, बैंक लिमिट में बदलाव करना है, उम्र ढलने के बाद अपने खूनी रिश्ते में ही उद्योग को हस्तांतरण करना है, उद्योग की भूमि और भवन किराये पर देने हो अथवा भूमि का सेपरेशन करना है तो इन सभी कार्यो को करने के लिए नोएडा प्रा​धिकरण सहित तमाम महकमों की अनुमती लेना अनिवार्य होता है। इस कार्य को कराने के लिए उद्यमियों को इन सरकारी दफ्तरों के बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। कुछ मामलो में उद्यमी भ्रष्टाचार का भी शिकार हो जाते हैं। 

मनीष गुप्ता ने कहा कि औद्योगिक विकास एवं प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि तब तक संभव नहीं है, जब तक प्रदेश में उद्योगों का विकास तीव्र गति से न हो | इस विकास में एक बाधक लीज पर दी गई भूमि है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए व्यापार को सुगम बनाना होगा। इसके लिए औद्योगिक जमीन का फ्री होल्ड होना जरूरी है। 

देश के कुछ राज्यों हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड कर दिया गया है, जिससे वहां उद्योग चलाना आसान है। लीज होल्ड भूमि आवंटन का कानून अंग्रेजी शासन के समय से चला आ रहा है, जब अंग्रेजों का देश के निवासियों पर विश्वास नहीं था | मौजूदा सरकार ने आजादी के अमृत काल में गुलामी के प्रत्येक अंश से मुक्ति पाने का प्रण लिया है  ऐसे में अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे लीज होल्ड के प्रावधान को खत्म किया जाना चाहिए। इस मौके पर आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव बंसल, नोएडा चैप्टर के वाइस चेयरमैन अशीष मल्होत्रा, सचिव निर्मलकांत गोयल और कोषाध्यक्ष बंदित बंसल मौजूद रहे। 

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