आईआईए की मासिक मंथन बैठक में एडिशनल लेबर कमिश्नर ने दी कई अहम जानकारियां
बिना शिकायत के औद्योगिक इकाई का निरीक्षण नहीं कर सकता कोई अधिकारी
एनसीआर संवाद
नोएडा, 17 नवंबर। कर्मचारी और नियोक्ता के बीच संबंध एक पारस्परिक साझेदारी है, जिससे दोनों पक्षों को लाभ होता है। दोनों पक्षों में बेहतर सामंजस्य अति आवश्यक है। ऐसा सोचना गलत होगा कि श्रम विभाग केवल श्रमिकों के सहयोग के लिए है बल्कि उद्यमी व्यापारियों के सहयोग के लिए भी है। नियोक्ता शिकायत लेकर आते हैं तो उनका समाधान भी प्राथमिकता से होता है। शुक्रवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) की मासिक मंथन बैठक एडिशनल लेबर कमिश्नर सरजू राम शर्मा ने यह बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि जनपद गौतमबुद्धनगर में कर्मचारी-नियोक्ता से जुड़े 10 हजार वाद लंबित हैं। नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को पहले ही समझौते के माध्यम से इस तरह के विवादों के निराकरण पर जोर देना चाहिए। पूरे सेटलमेंट के बाद भी श्रमिक संगठन और ठेकेदार नियोक्ता को नोटिस भेजते हैं, इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है। औद्योगिक इकाइयों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में निरीक्षण की कार्रवाई से डद्यमी-व्यापारियों की परेशानी का मुद्दा उठाया गया। इस पर एडिशनल लेबर कमिश्नर ने कहा कि बिना शिकायत किसी भी इकाई का निरीक्षण नहीं किया जा सकता। इसके लिए एक पूरी प्रक्रिया होती है। सेंट्रल इंस्पेक्शन सिस्टम से जिस औद्योगिक इकाई और व्यापारिक प्रतिष्ठान का नाम निकलता है, केवल उसी जगह निरीक्षण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नियोक्ता को भी श्रम कानूनों, वर्क कंपंसिएशन एक्ट और श्रमिकों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखना होगा।
आईआईए नोएडा चैप्टर के चेयरमैन मनीष गुप्ता ने कहा कि लेबर सेस के नाम पर उद्यमियों की परेशानी बढ़ाई जा रही है। बिल्डिंग के निर्माण के समय लेबर सेस दिया जाता है। इसका रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं होता। अनापत्ति पत्र लेने के समय रिकॉर्ड नहीं मिलने पर उद्योग शुरू करने में अड़चनें आती हैं। दोबारा से लेबर सेस जमा कराना पड़ता है। रिफंड की प्रक्रिया भी काफी जटिल है। एडिशनल लेबर कमिश्नर ने सुझाव दिया कि फैक्ट्री मालिक लेबर सेस भुगतान का रिकॉर्ड अपने पास रखे, जिसे जरूरत पडऩे पर प्रस्तुत किया जा सके। मासिक मंथन बैठक में आईआईए नोएडा चैप्टर के चेयरमैन मनीष गुप्ता, वाइस चेयरमैन आशीष मल्होत्रा, कार्यकारिणी सदस्य साहिल कुमार, अनिरुद्ध सारस्वत, रेखा शर्मा और निधि चांदना सहित कई उद्यमी मौजूद रहे।