यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक
200 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक क्षेत्रों की हालत सुधारने के काम ने पकड़ी रफ्तार
एनसीआर संवाद
गाजियाबाद, 14 अक्टूबर। देश की राजधानी दिल्ली से सटे प्रदेश के अग्रणी औद्योगिक शहर गाजियाबाद को आने वाले दिनों में मॉडर्न इंड्रस्ट्रियल एरिया के रूप में नई पहचान मिलेगी। ऐसी तमाम सुविधाएं उद्यमियों को उपलब्ध कराई जाएंगी, जो देश के चुनिंदा शहरों में ही मिल रही हैं। औद्योगिक विकास के साथ-साथ श्रमिकों को बेहतर माहौल देने की भी तैयारी है। सोमवार को उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) के सीईओ मयूर माहेश्वरी गाजियाबाद पहुंचे और औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर गाजियाबाद को मॉडर्न इंड्रस्ट्रियल एरिया बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीएम गति शक्ति मिशन के तहत इस योजना पर काम किया जाएगा। गाजियाबाद के औद्योगिक क्षेत्रों की अवस्थापना सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्राधिकरण ने 200 करोड़ रुपये की लागत से कार्य कराने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
प्राधिकरण इन क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटें एवं हाई मास्ट लाइटें लगाने का काम तेजी से कर रहा है। इसके लिए 13 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उद्यमियों और श्रमिकों के लिए इन क्षेत्रों में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। सुरक्षित माहौल देने के लिए सेफ सिटी योजना के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे गाजियाबाद के लोहा मंडी क्षेत्र, बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में 9.83 करोड़ की लागत से तीन सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब 11 अन्य सड़कों का काम शुरू करा दिया गया है और अन्य सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है।
कविनगर औद्योगिक क्षेत्र की बदलेगी तस्वीर
प्राधिकरण ने गाजियाबाद के कविनगर औद्योगिक क्षेत्र की तस्वीर बदलने का प्लान तैयार किया है। इसकी भी जानकारी उद्यमियों को बैठक के दौरान दी गई। औद्योगिक क्षेत्र की सभी सड़कों पर एंट्री गेट लगाए जाएंगे। सुरक्षित माहौल बनाने के लिए एक कमांड कंट्रोल रूम भी तैयार किया जाएगा। साथ ही, वर्षा जल संचयन के लिए हारवेस्टिंग बनाए जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग सड़कों पर बस शेल्टरों का निर्माण किया जाएगा। श्रमिकों और राहगीरों के बैठने के लिए जगह-जगह स्ट्रीट फर्नीचर का भी इंतजाम किया जाएगा। पूरे क्षेत्र का ले-आउट मैप भी तैयार किया जाएगा। साथ ही, बाहर से आने वाले लोग आसानी से एड्रेस तलाश सकें, इसके लिए गाइड मैप भी जगह-जगह लगाए जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र में फ्लैग मास्ट, नेस्टिंग हट बनाए जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र रात्रि के समय खूबरसूरत दिखाई दे, इसके लिए 354 स्ट्रीट लाइटें, छह हाई मास्ट लाइटें, 120 डेकोरेटिव पोल्स, 30 एलईडी फसाड लाइटें, 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के तीन जगह चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे। अटल मिशन के तहत 41.15 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य कराए जाएंगे।
खाली भूखंडों पर बनेंगी फ्लैटेड फैक्ट्री
एमएसएमई श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए प्राधिकरण खाली भूखंडों पर फ्लैटेड फैक्ट्री की योजना बना रहा है। इसके तहत एक ही भूखंड पर बहुमंजिला इमारत बनाकर कई उद्यमियों को काम करने के लिए जगह उपलब्ध कराई जा सकेगी। इस तरह की योजना नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी बनाई है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) के महाप्रबंधक पीके कौशिक, उप महाप्रबंधक आरएस यादव, इंड्रस्ट्रियल एरिया मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील अरोड़ा, महासचिव संजीव सचदेव, अनिल तनेजा, दीपक शर्मा, गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा, आईआईए सहित अन्य औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।