– लंबे समय से घुटनों के गंभीर दर्द से जूझ रही 69 वर्षीय हीरा देवी की सफल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी
– रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट को ऑग्मेंटेड रियलिटी प्रणाली का यूपी में पहली बार सफल प्रयोग
एनसीआर संवाद
नोएडा, 23 नवंबर। लंबे समय से घुटनों के गंभीर दर्द से जूझ रहीं 69 वर्षीय हीरा देवी की फोर्टिस हॉस्पीटल नोएडा के डॉक्टरों ने सफर सर्जरी कर राहत दी है। महज 50 मिनट में नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (घुटनों की प्रत्यारोपण सर्जरी) के लिए रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट को ऑग्मेंटेड रियलिटी प्रणाली का इस्तेमाल किया गया। फोर्टिस अस्पताल ने उत्तर प्रदेश के ऐसे पहले चिकित्सा केंद्र बनने का गौरव हासिल करने का दावा किया है, जिसने नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए इस प्रणाली का सफलतापूर्वक प्रयोग किया है। बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से बाइलेटरल ऑस्टियोअर्थराइटिस से पीड़ित थीं और उनका दायां घुटना बाएं की तुलना में अधिक गंभीर था।
फोर्टिस हॉस्पीटल नोएडा के डायरेक्टर एंड हेड ऑर्थोपेडिक डॉ. अतुल मिश्रा ने इस उल्लेखनीय सर्जरी को अंजाम देने वाली टीम का नेतृत्व करते हुए पिक्सी ऑग्मेंटेड रियलिटी सिस्टम का उपयोग किया। डॉ. मिश्रा ने बताया कि मरीज की स्थिति काफी जटिल थी और खासतौर पर उनका दायां घुटना काफी विकृतावस्था में था। ऐसी स्थिति में नी रिप्लेसमेंट के पारंपरिक विकल्प ज्यादा कारगर साबित नहीं होते और अतिरिक्त इंप्लांट और काफी एक्सटेंसिव सर्जरी के चलते के चलते अधिक महंगे भी होते। उन्होंने बताया कि, पिक्सी सिस्टम की मदद से मिनीमल बोन और सॉफ्ट टिश्यू रीसेक्शन के साथ सटीक एलाइनमेंट को हासिल किया और मरीज के लिए लिए भी यह प्रकिया कम तकलीफदेह साबित हुई। मरीज की रिकवरी भी जल्द हो रही है।
डॉ. मिश्रा का कहना है कि, यह सर्जरी न सिर्फ फोर्टिस हॉस्पीटल नोएडा के लिए उल्लेखनीय रही है बल्कि पूरे देश में ऑर्थाेपेडिक सर्जरी के क्षेत्र में बड़ा कदम है। ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के लिए रोबोटिक सटीकता का मेल ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी से कराना वाकई एक बड़ी उपलब्धि है, जो मरीजों के लिए सुरक्षा, दक्षता और जल्द रिकवरी सुनिश्चित करती है।
फोर्टिस हॉस्पीटल नोएडा के जोनल डायरेक्टर मोहित सिंह ने कहा कि, फोर्टिस हॉस्पीटल नोएडा हमेशा से ही मेडिकल इनोवेशन के लिहाज से अग्रणी रहा है और यह सर्जरी उत्कृष्टता के लिए हमारी प्रतिबदधता को दर्शाती है। इस तरह की जटिल सर्जरी और टेक्नोलॉजी के लिहाज से एडवांस प्रक्रिया को अंजाम देना केवल अस्पताल के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी बड़ी उपलब्धि है।