एनीमिया मुक्त फरीदाबाद की तैयारी, प्रशासन ने उठाए ये बड़े कदम…

– जिला के 378 सरकारी स्कूलों में 1.20 लाख बच्चों की स्क्रीनिंग 15 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य

– अब तक 60 हजार की स्क्रीनिंग में 1500 लड़कियां सीवियर श्रेणी  की मिलींहीमोग्लोबिन 8 से कम

– बीके अस्पताल में 20 बेड एनीमिया पीड़ित बच्चों के लिए आरक्षित, निजी अस्पतालों से मांगा सहयोग

एनसीआर संवाद

फरीदाबाद,25 अक्तूबर। बच्चों और खासकर बेटियों में एनीमिया की समस्या से निपटने के लिए अब फरीदाबाद पूरे देश में सबसे बेहतरीन कार्य करने वाले जिलों में शामिल होने जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए एनीमिया मुक्त फरीदाबाद नाम से एक अभियान शुरू किया गया है। अभियान के पहले चरण में जिला के सभी 378 सरकारी स्कूलों को शामिल किया गया है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले 1.20 लाख बच्चों की स्क्रीनिंग करने के लिए शिक्षास्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग की टीमें गठित की गई हैं। अब तक 60 हजार बच्चों की स्क्रीनिंग का कार्य पूरा हो चुका है और बाकी कार्य पूरा करने के लिए 15 नवंबर तक का लक्ष्य रखा गया है। बड़ी और चौकाने वाली बात यह है कि 60 हजार में से 1593 बच्चे ऐसे मिले हैं जिनका हिमोग्लोबिन (एचबी) आठ से कम है। इस पूरे अभियान को देशभर में एक केस स्टडी के तौर पर भी प्रस्तुत किया जाएगा।

जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि एनीमिया आज बच्चों और खासकर लड़कियों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन रहा है। एनीमिया से फरीदाबाद जिले के बच्चों को बचाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत स्कूलों के अध्यापकोंआंगनबाड़ी व आशा वर्करों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक स्कूल में कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। प्रत्येक स्कूल में एक अध्यापक को नोडल अधिकारी लगाया गया है। इन कैंपों में प्रत्येक बच्चे की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इस काम में सहयोग के लिए एम्स दिल्ली द्वारा भी डॉक्टरों  की टीम फरीदाबाद में भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि जांच के बाद 12 एचबी से ऊपर के बच्चों को नार्मल, 10, 11 व 9 एचबी वाले बच्चों को माईल्ड, 8 से 10 एचबी वाले बच्चों को माडरेट और 8 के कम एचबी वाले बच्चों को सीवियर श्रेणी में रखा गया है। सामान्यमाईल्ड व मोडरेट श्रेणी के बच्चों को आयरन की गोली दी जा रही हैं।

उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जिन बच्चों को सीवियर श्रेणी में रखा गया है उनके इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके लिए जिला नागरिक (बीके) अस्पताल में 20 बेड अलग से आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों से भी इस इलाज में सहयोग लिया जा रहा है।अभियान के प्रति प्रत्येक परिजन व बच्चों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। स्कूलों में बाल सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही एनीमिया पर पोस्टर मेकिंग व स्लोगन जैसी प्रतियोगिताओं के जरिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सभी सरपंचों व ग्राम पंचायतों को भी अभियान में जोड़ा गया है। आम आदमी को जागरूक करने के लिए विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं।

एनीमिया मुक्त अभियान में सहयोग करें सभी अस्पताल

एनीमिया मुक्त फरीदाबाद अभियान को सफल बनाने के लिए उपायुक्त विक्रम सिंह ने बुधवार को जिला के सभी प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों व मुख्य चिकित्सकों की मीटिंग को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से बच्चों और खासकर एनीमिया से पीड़ित बच्चियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। आज की बच्चियों के ऊपर भविष्य में परिवारों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिन 1500 बच्चियों को एनीमिया मिला है उन्हें हमें हर हालत में 20 दिसंबर तक स्वस्थ करना है। ऐसे में प्राइवेट अस्पताल भी इस काम में आगे आएं। इस पर सभी निजी अस्पतालों ने कहा कि वह पूरे अभियान में प्रशासन के साथ हैं।  उपायुक्त ने कहा कि अगर खून की जरूरत है तो वह जिला प्रशासन मुहैया करवाएगा। मीटिंग में अतिरिक्त आयुक्त आनंद शर्मासीएमओ डॉ. विनय गुप्तासीएमजीजीए श्रुति शर्मा भी मौजूद थे।

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