एनसीआर संवाद
नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की ओर से 17 एवं 18 अक्टूबर को मयूर विहार के होटल क्राउन प्लाजा में वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं प्रदर्शनी काआयोजन किया गया। एनटीपीसी लिमिटेड ने इस कार्यक्रम में सहयोगी की भूमिका निभाई। एडिशनल डेवलपमेंट कमिश्नर डीसी (एमएसएमई) अश्विनी लाल बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही। उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को सशक्त बनाने के महत्व को पहचाना है और उनके विकास के लिए पहल करते हुए विभिन्न नीतियां पेश की हैं। संबंध पोर्टल एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो मंत्रालय द्वारा एमएसएमई से वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की स्थिति की निगरानी के लिए बनाया गया है। दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान उद्यमियों को अपने कारोबार को विस्तार देने के लिए पब्लिक सेक्टर यूनिट (पीएसयू) के साथ तालमेल और एमएसएमई से जुड़ी तमाम योजनाओं की जानकारी दी गई।
एमएसएमई-डीएफओ ओखला नई दिल्ली के संयुक्त निदेशक/एचओओ डॉ. आर.के. भारती ने एमएसएमई सेक्टर की प्रगति और विकास के लिए एमएसएमई मंत्रालय की पहल के बारे में अवगत कराया। एमएसएमई मंत्रालय की सार्वजनिक खरीद नीति (पीपीपी) पर जोर दिया। अधिकारियों ने सीपीएसयू/पीएसयू द्वारा लगाई गई उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के समन्वयक एवं एमएसएमई- डीएफओ नई दिल्ली के कार्यकारी निदेशक डी.एस. तोमर ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए दो दिवसीय वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी।
सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित एनटीपीसी के ईडी (सीसीएंडएम) एचके दाश और सीजीएम (सीसीएंडएम) शोबा पटाभिरामन ने सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों से खरीदारी करने की अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी एसएमई से अपने आवश्यक उत्पादों को खरीदने पर जोर देता है और इसके पैमाने को और बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, नोएडा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा ने इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम को समय-समय पर आयोजित करने जरूरत बताई, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को मिल सके। एनटीपीसी जैसे बड़े सरकारी उपक्रमों को एमएसएमई सेक्टर से जोड़ने पर जोर दिया गया ताकि सूक्ष्म और लघु उद्योगों को काम मिल सके और सरकारी उपक्रमों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। उन्होंने नोएडा में वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम के आयोजन का सुझाव भी दिया